Saturday, April 9, 2011

बाबू समझो इशारे, अन्ना पुकारे पम पम पम, यहाँ नेता तो यारो, बेशर्म हैं सारे पम पम पम पब्लिक करप्सन के मारे, दुखी है प्यारे पम पम पम अब आ जाओ सारे, करप्सन को मारें पम पम पम बाबू समझो इशारे, अन्ना पुकारे पम पम पम -अजीत

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