Saturday, October 15, 2011

मुझे पता है उसे चाँद निकलने का बेसब्री से इंतज़ार है
इसलिए नहीं के वो दिन भर से भूखी है
इसलिए क्योंकि उसे चाँद में मेरा अक्स देखना है ...

Monday, October 10, 2011

जगजीत जी नहीं रहे, मेरे लिए ये महज एक खबर नहीं है। बचपन से एक खवाब था उनको लाइव देखने सुनने का , जो इस जनम में पूरा न हो सका। गांव में मेरे घर में मेरे कमरे में उनकी एक बड़ी सी तस्वीर लगी है। रह रह कर मुझे आज वो याद आ रही है ।
जगजीत जी, आपकी आवाज़ मेरी रूह में बसी है .....